Saturday, February 11, 2012

~: શુભ દિપાવલી

૦૬.૧૧.૨૦૧૦




~: શુભ દિપાવલી :~



જીવનમાં વર્ષો ઉમેરાતાં જાય છે,

આ ‘નૂતન’ વર્ષે ,

જીવન ઉમેરીએ તો કેવું ?!!

નવલા વર્ષનું પરોઢ, આપ

સૌના સોનેરી સોણલાં સાકાર કરે……!!















नव वर्ष है….. नव हर्ष हो



नव वर्ष है….. नव हर्ष हो

एक नई सुबह का स्पर्श हो ….

नव कामना का एहसास हो

नव कल्पना का वास हो

नव यौवन का उल्लास हो

नव कोपल का आभास हो

नव वर्ष को धारण करे

नव किरणों का स्वागत करे ….

नव वर्ष है …नव हर्ष हो….

नव युग बने नव पुरु चुने

जो खो गया उसे बिदा करे

नव मीत का स्वागत करे ….

है प्राथना बस यह प्रभु

नव वर्ष शान्ति का वर्ष हो …

सद्भावना का वास हो

सच्चाई का भी साथ हो

मनोविकारों से नाता मिटे

मिलाप में जीवन कटे

बुराई का विसर्जन करे

नफरत का व्यक्तित्व शून्य करे

हो दिलो में जीने देने की आस

नव निर्माण का हो अथक प्रयास

नव कृति की नींव धरे

नव वर्ष का आह्वान हो

नव वर्ष है नव हर्ष हो

मंगलमय आपका ये वर्ष हो….

(संकलित काव्य)

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