Saturday, October 30, 2010

अन्तर

૨૯.૧૦.૨૦૧૦


अन्तर

इतनी विशाल दुनिया में,हर जगह कुछ –न –कुछ अन्तर है I
व्यकित में अन्तर है I वस्तु में अन्तर है I दृष्ट्रि में अन्तर है, सृष्टि में अन्तर है I
लेकिन कई चीजें ऐसी भी है,जिनमे अन्तर होते हुए भी अन्तर नहीं है I गंधहीन फूल और कागजी फूल में क्या अन्तर है? ----दोनों में ही सुगंध का अभाव है I सुखी नदी और रेगिस्तान में काया अन्तर है?---–प्यास बुझाने में दोनों ही बेकार है I धोखेबाज दोस्त और दुश्मन में क्या अन्तर है ? दोनों खतरनाक है I तीखा बान और तीखी वाणी में क्या अन्तर है? –दोनों नुकसान पहुचाते है I कमजोर और कायर में क्या अन्तर है?-- दोनों ही मुश्किलों से डरते है I
तो अन्तर भले सारी दुनिया में हो,पर हमारे अन्तर्मन में कोई भी अन्तर नहीं होना चाहिए I
२(अभिताभ का खजाना... ....से)

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