૦૨/૧૦/૨૦૧૭..(૧૧૦)..ગાંધીજી અને શાસ્ત્રીજી...
આજે ૨-જી ઓક્ટોબર.... બે મહાનુભાવો ની જન્મ જયંતિ....ગાંધીજી અને શાસ્ત્રીજી...
આદર સહ વંદન...
ગાંધીજી.... Mahatma Gandhi (1869 – 1948)
ને આ બધું તેમના ભલાને માટે નહીં; પણ તમારા ભલાને સારું કરજો !
જગત લેણદાર છે, આપણે તેના કરજદાર છીએ.
–મો. ક. ગાંધી
. સંકલિત...... ચિત્ર સૌજન્ય:ઈન્ટરનેટ
આજે ૨-જી ઓક્ટોબર.... બે મહાનુભાવો ની જન્મ જયંતિ....ગાંધીજી અને શાસ્ત્રીજી...
આદર સહ વંદન...
साबरमती के संत
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना
ढाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
धरती पे लड़ी तूने अजब
ढब की लड़ाई
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से
निकाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
शतरंज बिछा कर यहां बैठा था ज़माना
लगता था कि मुश्किल है फिरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था दाना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना
लगता था कि मुश्किल है फिरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था दाना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना
मारा वो कस के दांव कि उल्टी सभी की चाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े
मजदूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़े
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े
मजदूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़े
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े
फूलों की सेज छोड़ के दौड़े जवाहरलाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
मन में थी अहिंसा की लगन तन पे लंगोटी
लाखों में घूमता था लिये सत्य की सोंटी
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी
लाखों में घूमता था लिये सत्य की सोंटी
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी
दुनियां में तू बेजोड़ था इंसान बेमिसाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
जग में कोई जिया है तो बापू तू ही जिया
तूने वतन की राह में सबकुछ लुटा दिया
मांगा न कोई तख्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया
तूने वतन की राह में सबकुछ लुटा दिया
मांगा न कोई तख्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया
जिस दिन तेरी चिता जली
रोया था महाकाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
खुदा ने दिल बनाकर क्या अनोखी शय बनाई है
ज़रा सा दिल है, इस दिल में मगर सारी खुदाई है
ज़रा सा दिल है, इस दिल में मगर सारी खुदाई है
ये दिल अल्लाह का घर है, ये दिल भगवान का घर है
बदी दिल में समां जाये तो दिल शैतान का घर है
इसी दिल में भलाई है. इसी दिल में बुराई है
बदी दिल में समां जाये तो दिल शैतान का घर है
इसी दिल में भलाई है. इसी दिल में बुराई है
ये दिल फुल है, चट्टान है, मौज-ए-समुन्दर है
ये नरम पानी है, यही दिल सख्त पत्थर है
छुपा है दर्द, बेदर्दी भी इसी दिल में समाई है
ये नरम पानी है, यही दिल सख्त पत्थर है
छुपा है दर्द, बेदर्दी भी इसी दिल में समाई है
जो चाहे देख लो इसमें ये आईने से सच्चा है
समझदारी में बुढा है, तो भोलेपन में बच्चा है
खिलौना भी ये बन जाता, आदत ऐसी पाई है
समझदारी में बुढा है, तो भोलेपन में बच्चा है
खिलौना भी ये बन जाता, आदत ऐसी पाई है
बड़ी मुश्किल है, इसका साथ छोड़ा भी नहीं जाये
अगर एक बार टूटे तो ये जोड़ा भी नहीं जाये
गुलो की आंच से शीशे की फितरत जो पाई है
अगर एक बार टूटे तो ये जोड़ा भी नहीं जाये
गुलो की आंच से शीशे की फितरत जो पाई है
- ज़फर गोरखपुरी
Today
is the Birthday of the father of our Nation. I would like to share some
quotes from this great man. He was rightly named the “Man of the Millennium”.
“Hate the
sin, love the sinner.”
‘The weak can never forgive. Forgiveness is the attribute of the
strong’.
“Strength does not come from physical capacity. It comes from an
indomitable
will”.
‘You must be the change you want to see in the world’.
“A nation’s culture resides in the hearts and in the soul of its
people”.
‘A religion that takes no account of practical affairs and does
not help to
solve them is no religion’.
“Always aim at complete harmony of thought and word and deed.
Always aim at
purifying your thoughts and everything will be well.”
‘Happiness is when, what you think, what you say, and what you
do are in harmony.’
ન બોલે તેને બોલાવજો, જે ન આવે તેને ઘેર જજો, જે રીસાય તેને રીઝવજો..
ને આ બધું તેમના ભલાને માટે નહીં; પણ તમારા ભલાને સારું કરજો !
જગત લેણદાર છે, આપણે તેના કરજદાર છીએ.
–મો. ક. ગાંધી
લાલબહાદુર શાસ્ત્રીજી...
આજે કર્મઠ લોકનેતા લાલબહાદૂર શાસ્ત્રીજીની પણ જયંતિ...શત શત વંદન....તેઓનું અવસાન તાશ્કંદમાં મોડી રાતે થયું...યોગાનુયોગે કવિ દુલા ભાયા કાગ તે રાતે રાજકોટમાં....સમાચાર આવતાં જ આકાશવાણીના કેન્દ્ર નિયામક ભટ્ટ સાહેબ વહેલી સવારે....પ્રભાતની સભા શરૂ થાય તે પૂર્વે ...કાગ બાપુને માઇક્રોફોન સામે અંજલિ આપવા બેસાડી દીધા.....અને કાગ બાપુ જેનું નામ...સરસ્વતી જેનાં ટેરવે રમતી....તેમણે તત્ક્ષણ કવિત રચ્યું....શાસ્ત્રીજીના દોઢ વર્ષ ના કાર્યકાળને ઉલ્લેખી......
"દોઢ વર્ષ માં દોઢ જૂગની ફોરમ એ ફેલાવી ગયું....આ કાળ તણા પથ્થર પર પડતાં અત્તરની શીશી ફૂટી ગઇ...." અંજલિ કાવ્ય દિર્ઘ વિસ્તારીત છે.....પણ....આવા હતા લોકનેતા...અને લોક કવિ....લોક ગાયક....લોક ભાવક.....
આજે કર્મઠ લોકનેતા લાલબહાદૂર શાસ્ત્રીજીની પણ જયંતિ...શત શત વંદન....તેઓનું અવસાન તાશ્કંદમાં મોડી રાતે થયું...યોગાનુયોગે કવિ દુલા ભાયા કાગ તે રાતે રાજકોટમાં....સમાચાર આવતાં જ આકાશવાણીના કેન્દ્ર નિયામક ભટ્ટ સાહેબ વહેલી સવારે....પ્રભાતની સભા શરૂ થાય તે પૂર્વે ...કાગ બાપુને માઇક્રોફોન સામે અંજલિ આપવા બેસાડી દીધા.....અને કાગ બાપુ જેનું નામ...સરસ્વતી જેનાં ટેરવે રમતી....તેમણે તત્ક્ષણ કવિત રચ્યું....શાસ્ત્રીજીના દોઢ વર્ષ ના કાર્યકાળને ઉલ્લેખી......
"દોઢ વર્ષ માં દોઢ જૂગની ફોરમ એ ફેલાવી ગયું....આ કાળ તણા પથ્થર પર પડતાં અત્તરની શીશી ફૂટી ગઇ...." અંજલિ કાવ્ય દિર્ઘ વિસ્તારીત છે.....પણ....આવા હતા લોકનેતા...અને લોક કવિ....લોક ગાયક....લોક ભાવક.....
Here is one song that I like very much………Hope you all enjoy reading it too!
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